महाराष्ट्र में चुनाव होने वाले हैं. चुनाव का समय गिरगिटों के रंग बदलने का समय होता है, ऐसे ही एक गिरगिट से मैने पुछा, गिरगिट महोदय, आपका असली रंग क्या है: गिरगिट ने जवाब दिया
लाल नीला हरा पीला
गिरगिट तेरा रंग कौनसा.?
जिस रंग का शिकार
उस रंग का चोला
शिकारी हूँ में आला
रंगहीन गिरगिट बोला.
मैंने गिरगिट से सवाल किया, शिकार के चक्कर में आप एक पेड़ छोड़कर, दुसरे पेड़ पर कूद जाते हो, आप बिलकुल भी निष्ठावान नहीं हो. गिरगिट ने जवाब दिया:
कौन कहता है मुझे दलबदलू
में तो हूँ एक निष्ठावंत पाया
मेरी निष्ठा है अटूट
केवल कुर्सी के प्रति.
कुछ गिरगिटी कहावतें.
१. जहाँ गिरगिट, वहाँ सत्ता
२. गिरगिट का अनुसरण करो, सत्ता का सुख भोगो