शुक्रवार, 22 जून 2018

क्षणिका - बहार



भँवरे के इंतजार में 
मुरझाई एक कली
अबकी बार शहर में 
बहार नहीं आई.



बुधवार, 20 जून 2018

मंगलवार, 19 जून 2018

क्षणिका - छिप गया चाँद



 मेघोंका बुरखा पहन 
 कहीं छिप गया चाँद.
 
जन्नत में आजकल है 
तालिबानी राज.