(सीता किसान के खेत में उत्पन्न होती है.  उपज का एक हिस्सा राजा को कर के रूप में दिया जाता था.  जिसका प्रयोग राजा जनहित के लिए करता था, कृषकों की सुरक्षा करता था. परन्तु रावण ने भारतीय किसानों से  भरी कर इकठ्ठा कर लंका को सोने की बनाया. श्रीराम ने वह सीता  किसानों को लौटाई- हायकू में यही भाव प्रगट करने का प्रयास किया है)
खेत में मिली 
सुवर्ण लक्ष्मी
किसान के.
किसान के.
कैद हुई 
दरबार में 
राजा के.
त्याग किया 
सीता का
वास्ते जनहित के.
सीता का
वास्ते जनहित के.
लक्ष्मी के पैरोंसे
उजियारा आया 
घर किसान के. 
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