(छहों ऋतुओंका वर्णन हायकू के माध्यम से करने का प्रयास किया है - हेमंत, वसंत, ग्रीष्म, श्रावण, शरद और शिशिर)
सर्द रातो में
हृदय में जगे
सपने बसंतके.
पलाश जले
कोयल कूके
देह महके.
परदेसी पिया
विरह व्यथा
मीरा की.
कृष्ण कदम्ब
कालिंदी कुञ्ज
वर्षा प्यार की.
शरद चांदनी
अमृत बरसे
ऐश्वर्यका .
अमृत बरसे
ऐश्वर्यका .
सुगंध फैला
पक्व फलोंका
पतझरी पत्तोंका.
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