सोमवार, 26 मार्च 2018

प्रदूषण : रोज मरता हूँ धीरे धीरे


खेत में डाला जहर
भोजन में खाया  जहर
रोज मरता हूँ धीरे धीरे

पानी में मिलाया जहर
पिता हूँ पानी बोतलबंद 
रोज मरता हूँ धीरे धीरे .

हवा में घोला जहर 
सांसो में समाया जहर 
रोज मरता हूँ धीरे धीरे .


टिप:  दिल्ली में रोज ५० लाख वहां हवा में जहर घोलते हैं. किट नाशन, विषाणु नाशक मिलाकर ठन्डे पेय और बोतलबंद पानी,खेत में भी जहरीले खतरनाक रसायन डाले जाते हैं. ऐसे में इन्सान रोज धीरे धीरे जहर पीकर मरेगा ही.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें