रविवार, 5 अक्तूबर 2014

अभिव्यक्ति

तानाशाह सदैव   सच को दबाने की कोशिश करतें है क्योंकि उहने सदा डर लगता है.....

अभिव्यक्ति 
कान में बोली
छांट दी जीभ उसकी. 

अभिव्यक्ति 
शब्दों में पढ़ी 
जला दी पुस्तकें सारी

अभिव्यक्ति 
चित्रों में दिखी 
फाड़ दिए 
चित्र सारे.

 डर लगता है 
सदा उन्हें 
स्वतंत्रता से, सत्य से 
अभिव्यक्ति से. 

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