प्याज की खेती में किसान को हमेशा घाटा होता है, ग्राहक की जेब कटती है. सरकार की बदलती नीतियों की वजह से (बीते ५ सालों में १७ निर्यात पर प्रतिबन्ध लगा, कई दफा आयात कर कम ज्यादा किया) व्यापारी भी डूबते हैं, परन्तु नेता हमेशा ही हँसता है.
किसान को रुलाता है प्याज
ग्राहक की जेब कटता है प्याज
व्यापारी को डुबोता है प्याज
लेकिन
नेता को सदा हँसता है प्याज
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